Categories

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

27th July 2024

khaskhabarsurajpur.com

har khabar sab se phale

ख ख सू : हायर सेकेण्डरी के छात्रों के लिए पहली बार किसी सामाजिक कार्यकर्ता ने शासन से लगाई गुहार, छात्र हित में सामाजिक कार्यकर्ता की बड़ी मुहिम,

1 min read

सूरजपुर – आज जिले के समाजीक कार्यकर्ता व युवा कांग्रेस के नेता दीपक कर ने सूरजपुर कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपुर को स्कूल शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौपकर प्रदेश के 11वी व 12वी के आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए निशुल्क पुस्तक देने हेतु या सस्ती पुस्तको के विकल्प जल्द से जल्द तैयार करने की मांग की है ।
ज्ञापन के माध्यम से दीपक कर ने बताया की छत्तीसगढ़ प्रदेश में लगभग अधिकांश छात्र-छात्राएं आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आते है ,जिनके कारण उनके परिजनों को अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा देने के लिए सुरूवात कक्षाओं से ही काफी परेशानियों से होकर गुजरना पड़ता है ,लेकिन प्रदेश में पहली से लेकर 10वी कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को किताबे मुफ्त में देने का विकल्प होने के कारण बहुत हद तक इन छात्र-छात्राओं और उनके परिजनों को राहत मिलती है , लेकिन 11वी और 12वी कक्षा के छात्र-छात्राओं को शाशन की ओर से सस्ती किताबो या मुफ्त किताबो का विकल्प नही होने के कारण काफी समस्या होती है ,11वी और 12वी के छात्र-छात्राओं की किताबें मार्केट से लेनी पड़ती है जो काफी महंगी होती है ,जिसमे मुख्य रूप से विज्ञान संकाय, कॉमर्स संकाय,कला संकाय के विषय अत्यधिक महंगी दामो पर बाजारों में मिल रही है ,आर्थिक रूप से कमजोर गरीब तबके के छात्र-छात्राए और उनके परिजन इस समस्या से मानसिक रूप से तनाव महसूस करते है ,की वे इतने महंगे किताबे अपने बच्चो को कैसे मुहैया कराए ?


महाविद्यालयो में छात्र-छात्राओं को किताबो का विकल्प ग्रंथालय के माध्यम से मिल जाता है , महाविद्यालय के छात्र-छात्राए अपनी जरूरत की कुछ पुस्तकें महाविद्यालय के ग्रंथालय से ले जाती है और पढाई और जरूरी नोट्स तैयार करके पुनः ग्रंथालय में जमा कर देते है और फिर दूसरे विषय की जरूरी किताबे ले जाती है और फिर उन्हें भी इसी प्रक्रिया के तहत ग्रंथालय में जमा कर देते है, जिसके कारण महाविद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं को इस प्रक्रिया का लाभ मिल जाता है और महाविद्यालय की ग्रंथालय की किताबें महाविद्यालय में सुरक्षित भी रहती है ,कुछ इसी तरह की प्रक्रियाओं या सस्ती किताबो का सही विकल्प तैयार कर या छात्र-छात्राओं को मुफ्त किताबे मुहैय्या कराने से 11वी 12वी के आर्थिक रूप से कमजोर व गरीब तबके के छात्र और उनके परिजनों को इसका सीधा लाभ मिल सकेगा और समस्त छात्र-छात्राए अच्छी शिक्षा बिना किसी समस्या के ग्रहण कर पाएंगे ।

दीपक कर ने ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश की समस्त 11वी 12वी के आर्थिक रूप से कमजोर व गरीब तबके के छात्र व उनके परिजनो के इस समस्या पर ध्यान देते हुए जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने की मांग की है ताकि प्रदेश के समस्त आर्थिक रूप से कमजोर व गरीब तबके के 11वी व 12वी के छात्र-छात्राओ को इसका लाभ मिल सके !

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!