ख ख सू ब्रेकिंग : माफियाओं का आतंक…….आदिवासी महिलाओं की अनसुनी हुई फरियाद आखिर जाएं कहाँ
1 min readसूरजपुर:- ग्राम पर्री की उन आदिवासी महिलाओ को न्याय मिल पायेगा इस पर सवाल दर सवाल खड़े हो रहे है। महिलाओं का कसूर सिर्फ इतना है कि उनने अपनी उस जमीन का सौदा किया जिसका फिलहाल उन्हें जरूरत नही थी पर दलाल व भूमाफियाओ ने तो उसके बदले उनकी बहुमुल्य जमीन को धोखाधड़ी कर दलालों ने रजिस्ट्री करा ली और वे चार दिन पहले फरियाद लेकर थाने पहुँची पर पुलिस न्याय दिलाने की जगह थाने में समझौता कराने लगी। इसमे कांग्रेस भाजपा के नेता सक्रिय हो गए और महिलाओं को इधर से उधर भटकाने लगे है।
भोली भाली महिलाओं को अब समझ नही आ रहा की उन्हें न्याय मिल भी पायेगा या पूरी जमीन ही भूमाफिया व दलाल निगल लेंगे। यह वही लोग हैं जिन्होंने महिला की जमीन को अपने नाम रजिस्ट्री करवा लिया मानपुर निवासी सलीम ,नदीम ,गौतम सिंह ,मिथलेश, छत्रपालउर्फ पटेल, क्या इन पर कार्रवाई होगी या फिर कोई और बनेगा इनका शिकार,,,?
आखिरकार इनमें वह लोग भी तो शामिल है जो प्रशासनिक तौर पर निर्धारित किए जाते हैं जिन्हें आर आई और पटवारी हम नाम से जानते हैं,,,
अधिकारी भी चुपचाप तमाशा देख रहे है।जिससे यह तो तय है कि अधिकारी भी सिर्फ बयान छपने के लिए देते है कि थाने आने वालों को तुरंत न्याय मिलना चाइये यह सही नही दिखता है।,महिला न्याय की आस में लगा रही पुलिस दफ्तरों के चक्कर,, पुलिस की तानाशाही पीड़िता पर पड़ रही भारी,,वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सत्ता पक्ष से जुड़े नेता भी मामले को निपटाने व समझौता कराने आदिवासी महिलाओं पर दबाव बनाने के साथ पांच – दस लाख रुपये देने का लालच भी दिये,,
हलाकि महिलाओं ने इस मामले मे समझौता कराने पहुंचे नेताओं को दो टूक ज़वाब देते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है,,अब देखने वाली बात यह है कि ज़मीन संबंधी मामलों में गंभीर कलेक्टर व तेज तर्रार एस पी कब सुध लेंगे और आदिवासियों को कब हक मिलेगा।