अगर हौसले बुलंद हो तो कोई भी बाधा आपको मंजिल तक पहुंचने से नही रोक सकती…
1 min read.
सूरजपुर। जी हां आपने ठीक पढ़ा , ऐसा ही कुछ कर दिखाया है दोनो आंखों से दिव्यांग शिक्षक ने,,सूरजपुर जिले के शासकीय प्राथमिक स्कूल चंदरपुर में पदस्थ दोनो आंखों से दिव्यांग शिक्षक दुर्गेश केशरी बीते 15 सालो से शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं।
जहा जन्म से ही दुर्गेश देख नही सकते ऐसे में अपने दिव्यांगता को कमजोरी न बनाते हुए,, दुर्गेश ने पढ़ाई कर स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल किया और शिक्षक बने,, जहा दुर्गेश बिना देखे स्कूल तक पहुंचते हैं और छात्रों को पढ़ाते हैं,,जहा रोजाना समय पर स्कूल पहुंचने वाले दुर्गेश से दूसरे शिक्षक भी बेहद प्रभावित रहते हैं ऐसे में दुर्गेश दूसरे शिक्षको की भी शिक्षा में मदद करते हैं।
वही प्रशासनिक अधिकारी भी ऐसे दृढ़ संकल्प वाले शिक्षको को प्रोत्साहित करने के लिए पहल करने की बात करते नजर आए,,बहरहाल दोनो आंखों से दिव्यांग शिक्षक छात्रों के जीवन में शिक्षा की अलख जला रहे है,, और दूसरे शिक्षको के लिए मिसाल पेश करते नजर आ रहे।