Eye Flu News ख ख सू – सूरजपुर में बढ़ता लाल आंखो का कहर , स्वास्थ विभाग अलर्ट, स्कूलों हॉस्टलों में परीक्षण कार्य जारी…
1 min readसूरजपुर
सूरजपुर ज़िले में धीमे गति से बढ़ रहा आई फ्लू संक्रमण,, रोज़ाना दो – चार मरीज सामने आ रहे हैं,, वहीँ अब तक 150 मरीजों में अब तक आई फ्लू के लक्षण मिले है जहाँ स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात बरतने की नसीहत दी है।
जहां आंख का रंग लाल होने की स्तिथि में इसे गंभीरता से लेने की बात कही है, हलाकि यह एक संक्रामक बीमारी है,,जो कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से तेज़ी से फैलती है,,दरअसल बीते कुछ समय में आई फ्लू का कहर सूरजपुर जिला में भी देखने को मिल रहा है,,जहां लगभग 150 मरीजों की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डाo आर एस सिंग ने की है,, जहां उन्होंने बताया कि बताया कि यह घबराने और डरने वाली बीमारी नहीं है,,हलाकि यह बीमारी संक्रामक होने की वज़ह से एहतियात बरतने की ज़रुरत है,,वहीँ जिस गांव से अधिक मामले आ रहे या छात्रावास स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग को कैम्प लगाने निर्देशित भी किया गया है,,
क्या आप जानते हैं, कैसे लक्षण हैं संक्रमण के…
जहां स्वस्थ व्यक्ति की आंखों तक संक्रमण फैलता है,,ऐसे में व्यक्ति के आंखों का कलर लाल हो जाना,,आंखों में जलन, दर्द व खुजली का होने जैसे लक्षण है,,पलकों में सूजन,आंखों से कीचड़ आई फ्लू के सामान्य लक्षण हैं,,अगर संक्रमण ज्यादा हो तो आंखों की पुतलियों में भी नुकसान की संभावना है,,जहाँ संक्रामक व्यक्ति की आंखों की रौशनी भी जा सकती है,,वहीँ बारिश के मौसम में इसके बढ़ने के ज्यादा चांसेस होते है,,
पढ़िए कैसे फैलता है यह संक्रमण..
ज्यादातर व्यक्तियों का कहना है आई फ्लू संक्रमण एक दूसरे को छूने से फैलता है,,हलाकि इस विषय मे डॉक्टरों का कहना है कि न तो यह हवा के माध्यम से फैलता है,,न यह आई कॉन्टेक्ट से फैलता है।बल्कि संक्रमित व्यक्ति के द्वारा की गई इस्तेमाल की चीजों से आई फ्लू दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकती है।
संक्रमण से बचाव के तरीक़े,,,
अगर किसी व्यक्ति को आई फ्लू की समस्या नहीं हैं, तो उस व्यक्ति को अपनी आंखो पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है,,व्यक्ति को आंखो को ठंडे पानी से बार बार धोना चाहिए। हाथों को अच्छे से धोकर साफ रखना चाहिए,,वहीं भीड़भाड़ वाली जगह पर या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचना चाहिए,,अगर आई फ्लू के किसी लक्षण की जानकारी लगे,तो कोशिश करें की आंखो पर हांथ नही जाए चिकित्सकीय परामर्श से उपचार जरूरी है।