ब्रेकिंग न्यूज़ : राज्यपाल के सरगुजा जाने के दौरान NH 43 पर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों ने हाथों में तख्तियां लेकर किया शांतिपूर्ण प्रदर्शन!
1 min read
सूरजपुर: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में गुरुवार को पण्डो जनजाति के लोगों ने जिला प्रशासन के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले पण्डो समाज के सैकड़ों लोगों ने भारत पेट्रोलियम को लीज पर दी गई ज़मीन का विरोध किया है।
जहां राज्यपाल जब सूरजपुर से अंबिकापुर जा रहे थे, तभी पण्डो समाज के लोगों ने नेशनल हाईवे-43 पर पण्डो नगर मोड़ के पास सड़क पर उतरकर विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर जिला प्रशासन के फैसले पर नाराजगी जाहिर की। हालांकि, प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और प्रशासन ने स्थिति पर नजर बनाए रखी।
क्या है पूरा मामला?
पण्डो जनजाति के लोगों का कहना है कि जिस जमीन को भारत पेट्रोलियम को लीज पर दिया गया है, वह पारंपरिक रूप से वनवासियों की आजीविका और संस्कृति से जुड़ी रही है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि इस भूमि का उपयोग आदिवासियों के हित में होना चाहिए, न कि किसी कंपनी को सौंप दिया जाना चाहिए।
प्रशासन और सरकार पर सवाल
सूत्रों की माने तो पण्डो समाज के नेताओं ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिना स्थानीय लोगों की सहमति के उनकी जमीन को लीज पर देना अन्याय है। आदिवासी समुदाय ने इस फैसले को वन अधिकार कानून और पारंपरिक हक-हकूक का उल्लंघन बताया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि प्रशासन ने अपना फैसला वापस नहीं लिया तो आंदोलन और तेज होगा।
प्रदर्शन पर प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले पर जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि मामले को लेकर उच्च स्तर पर चर्चा की जा रही है और जल्द ही कोई समाधान निकाला जाएगा।
आगे क्या होगा?
सूत्र बताते हैं कि – पण्डो समाज के लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे बड़े आंदोलन की ओर बढ़ सकते हैं। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि प्रशासन और सरकार इस मामले में क्या रुख अपनाते हैं।
हालांकि देखना होगा कि इस विरोध प्रदर्शन का सरकार पर कितना असर पड़ता है और क्या पण्डो जनजाति को न्याय मिलेगा?