ख ख सू: जिला अस्पताल के डॉक्टरों के मनमानी से शोक में डूबे परिजनों ने CMHO को दीया आवेदन,मृतक के परिजन ने सीसीटीवी फुटेज की किए मांग,,जिले में जब से बीचो बीच डिवाइडर बनाया गया है तब से डिवाइडर बना मौत का दरवाजा…
1 min readसूरजपुर -जिला गठन हुए दस साल से अधिक होने को है लेकिन जिला अस्पताल की अव्यवस्था और चिकित्सको कि मनमानी चरम पर है, दरअसल 15 नवंबर की दरमियानी रात विकास साहू नामक युवक की बाइक से नवापारा मुख्य मार्ग में औचित्य हीन डिवाइडर से टकराकर दुर्घटना हो गई, और जब जिला अस्पताल लेकर आहत को पहुंचे तब चिकित्सक दीपक दीवान रात्रि ड्यूटी पर थे लेकिन आधे घण्टे तक प्राथमिक उपचार की जहमत भी नही उठाए, और अंत में अंबिकापुर निजी अस्पताल में ले जानें की सलाह देते हुए अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लिए,, और आखिरकार अंबिकापुर पहुंचते तक नव युवक विकास ने दम तोड दिया।
वही अब विकास के भाई ने सीएमएचओ को आवेदन देकर घटना रात्रि के अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज की मांग किए है, जिससे की उक्त चिकित्सक के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ अपने मृतक भाई को इंसाफ दिला सके,,गौरतलब है की एक ओर औचित्य हीन डिवाइडर से टकराकर पूर्व में भी कई दुर्घटना हो चुकी है, तो वही रात हो या दिन किसी भी स्थिति में जिला अस्पताल के चिकित्सक मरीजों के इलाज को लेकर लापरवाही और मनमानी में कोई कसर नहीं छोड़ते।
नतीजा विकास जैसे कई लोगो ने अपनी जान गंवा दिए,, बावजूद अस्पताल प्रबंधन पर किनकी छत्र छाया है यह समझ से परे है,, लेकिन नगर के युवा विकास की मौत को लेकर एक ओर नगरवासी शोक में है, वही मृतक के परिजनों ने विकास की मौत के जिम्मेदारों के खिलाफ मुहिम शुरू कर दीया है।
जिले में जब से बीचो बीच डिवाइडर बनाया गया है तब से डिवाइडर बना मौत का दरवाजा,,,आखिर या मौत का दरवाजा रोड के बीचो बीच ही क्यों लगाया गया तो वहीं जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से चली गई मासूम की जान।
तो वही जिला अस्पताल में देखने को मिलता है अगर कोइ गरीब व्यक्ति है रात में वह एंबुलेंस व 108 का इंतजार करते उसका जो करीबी मरीज है वह मौत की आगोश में और भी करीब जाता है मगर सही वक्त पर 108 नहीं मिल पाता है और ना ही उसे कोई ऐसा व्यवस्था दिया जाता है जिससे उसकी जान बच सके।।