तूफान ने धरतीपारा के जूना पारा में मचाई तबाही..
1 min readसूरजपुर : सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत धरतीपारा जूना पारा गांव में भरी आंधी बारिश और पथराव की बौछार ने तबाही की वजह से गांव के कई हिस्से में तबाही का मंजर देखने को मिला इस आंधी तूफान में 15 से 20 घर पूरी तरह से धराशाई हो गए और लगभग 100 से अधिक पेड़ भी आंधी तूफान की चपेट में आने से गिर गए हालांकि इस विनाशकारी तूफान में जूना पारा गांव में दहशत और बर्बादी का माहौल साफ देखने को मिल रहा है
अचानक हुई बारिश व तूफान से बदला मौसम
तूफान की शुरुआत दोपहर में हुई जब मौसम अचानक बदल गया। पहले हवा तेज़ हुई और बादल घिर आए। कुछ ही देर में हवाएं बहुत ही तेज़ हो गईं और भारी बारिश शुरू हो गई। इसी दौरान, पत्थरों की बौछार ने इलाके में भारी नुकसान किया। ग्रामीणों के अनुसार, पत्थर इतने बड़े थे कि कई घरों की छतों को तोड़ दिया और पेड़ों को जड़ों से उखाड़ दिया।
जूना पारा क्षेत्र को सबसे ज्यादा नुकसान
धरतीपारा का जूना पारा गांव तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां के कई घर पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं, और लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। इस गांव के परिवारों के लिए ये एक बहुत ही दर्दनाक स्थिति है, जहां उनके पास सिर छिपाने की जगह भी नहीं बची है। लोग घरों से बाहर आकर मलबे में अपने खोए हुए सामान को खोजने की कोशिश कर रहे हैं। हर जगह पेड़ और ईंटों का ढेर लगा हुआ है।
जानमाल का नुकसान
हालांकि इस तूफान में किसी के मरने की खबर नहीं है, लेकिन कई लोग घायल हुए हैं। कुछ ग्रामीणों को पत्थरों से चोटें आई हैं, जबकि अन्य पेड़ों के गिरने की वजह से घायल हुए हैं। हालांकि, ग्रामीणों ने अपने जानवरों को सुरक्षित रखने की पूरी कोशिश की, लेकिन तूफान की तीव्रता इतनी थी कि जानवर भी बच नहीं सके।
बिजली और पानी की समस्या
तूफान ने न सिर्फ घरों को बर्बाद किया, बल्कि गांव में बिजली और पानी की समस्या भी पैदा कर दी है। बिजली के खंभे टूट गए हैं, जिससे पूरे गांव में अंधेरा छा गया है। इसके अलावा, पानी की टंकियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं,
विभाग की भविष्य की चेतावनी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में फिर से ऐसे तूफान और बारिश हो सकती है। लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है।
फिलहाल इस तूफान ने धरतीपारा के जूना पारा गांव को हिलाकर रख दिया है। जहां लोग अब बाधित हुए सड़कों को आवागमन के लिए पेड़ को काटकर हटाने का काम कर रहे हैं.