SURAJPUR NEWS : सूरजपुर में कांवड़ यात्रा: हजारों श्रद्धालुओं ने जल भरा, देवगढ़ धाम के लिए रवाना
1 min readSURAJPUR NEWS : 1 अगस्त 2024 बोल बम और हर हर महादेव के नारों के साथ हजारों कांवड़ियों ने आज सूरजपुर के छठ घाट पर रेणुका नदी के तट पर जल भरा और देवगढ़ धाम के लिए रवाना हुए। शुक्रवार को कांवड़िए अर्धनारीश्वर शिवलिंग पर जलाभिषेक करेंगे। यह 32वीं कांवड़ यात्रा है और इसमें सूरजपुर स्थित रेणुका नदी के तट से लेकर देवगढ़ तक शिवभक्त सरगुजा क्षेत्र के प्रमुख तीर्थ स्थल के लिए निकले हैं।
इस यात्रा में हजारों युवा, महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हैं।
40 किलोमीटर के इस मार्ग पर समाजसेवी और धार्मिक संगठनों ने कांवड़ियों के लिए जलपान की व्यवस्था की। यात्रा में रास्ते भर श्रद्धालुओं को पानी, फल और भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। कांवड़ यात्रा को लेकर शिवभक्त काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्हें इस यात्रा से कुछ विशेष ऊर्जा मिलती है। यात्रा के दौरान पूरे मार्ग पर श्रद्धालुओं का उत्साह और भक्ति साफ दिखाई दे रही थी।
पुलिस और प्रशासन ने कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
मार्ग पर जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके। सूरजपुर जिला मुख्यालय से शुरू हुई इस यात्रा में श्रद्धालु रेणुका नदी का पवित्र जल कांवड़ में भरकर नाचते-गाते और नारे लगाते हुए आगे बढ़े। सड़क के दोनों ओर स्थानीय लोग कांवड़ियों का स्वागत करते नजर आए। उन्होंने पुष्प वर्षा की और ठंडे पानी की व्यवस्था की।
इस अवसर पर सामाजिक संगठनों ने भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए।
श्रद्धालुओं के लिए भंडारा लगाया गया, जिसमें सभी को प्रसाद वितरित किया गया। इस यात्रा से जुड़ी एक महिला कांवड़िया ने बताया कि यह उनकी पांचवीं यात्रा है। उन्होंने कहा, ”इस यात्रा में शामिल होने से हर बार मन को शांति और आत्मिक संतुष्टि मिलती है।”
यात्रा करते हुए श्रद्धालु देवगढ़ धाम पहुंचेंगे और अर्धनारीश्वर शिवलिंग पर जलाभिषेक करेंगे। जलाभिषेक के बाद भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें इस कांवड़ यात्रा में शामिल सभी कांवड़िये प्रसाद ग्रहण करेंगे। सूरजपुर जिले की यह कांवड़ यात्रा आस्था, भक्ति और उत्साह का प्रतीक है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस यात्रा से उनके सभी कष्ट दूर होते हैं और उन्हें भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कांवड़ियों के जत्थे में बच्चों की भी अच्छी खासी संख्या देखी गई। कई बच्चे भी अपने परिवार के साथ इस पवित्र यात्रा में शामिल हुए और नारे लगाते हुए चलते नजर आए।
यात्रा के मद्देनजर जगह-जगह भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह और बढ़ गया। कुल मिलाकर सूरजपुर की यह कांवड़ यात्रा भक्ति, आस्था और दृढ़ संकल्प का अनूठा मिश्रण कही जा सकती है। यह यात्रा श्रद्धालुओं की आस्था के कारण खास है, जो भगवान शिव के प्रति उनकी भक्ति को दर्शाती है। यात्रा में शामिल हर श्रद्धालु के चेहरे पर दिखी अद्भुत चमक और आध्यात्मिक शांति इस यात्रा की सफलता का प्रमाण थी।
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