ख ख सू: किस्मत की मार झेलते मुफलिसी के दौर में जीवन बिताते एक असहाय का सहारा बना राहुल अग्रवाल टिंकू,, नगर के समाजसेवी राहुल की एक और निस्वार्थ सेवा देख आप भी तारीफ करते नही रुकेंगे,,
1 min readसूरजपुर: घास फूस की झोपड़ी में जीवन यापन करते एक परिवार को ये कहा पता था कि एक ऐसा भी समाजसेवी नगर पालिका सूरजपुर में है जो निस्वार्थ अपनी सेवा भाव के लिए लोगो के बीच अहम भूमिका रखता है, बस क्या था समाजसेवी राहुल अग्रवाल टिंकू की नजर इस कड़कड़ाती ठंड में झोपड़ी में जीवन यापन करते एक पिता पुत्र पर पड़ी ,,फिर क्या था राहुल के समंदर रूपी हृदय ने अपना विशाल भाव दिखा ही दिया,, और एक दूसरे पल में पक्के की मकान में आसरा मिल गया,, और निस्वार्थ सेवा और चुपके से की गई मदद आखिरकार छिपती कहा है,, पिता पुत्र को मकान नसीब होते ही छलकते आंखों ने राहुल के सेवा भाव को जगजाहिर कर दिया,, दरअसल छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में जरूरतमंदों और गरीब परिवारों की सेवा के लिए हमेशा काम करने वाले नगर के समाजसेवी राहुल अग्रवाल टिंकू ने एक गरीब परिवार को आशियाना देकर मानवता की मिसाल पेश की है। उनके इस पहल की तारीफ़ घर मिलने वाला परिवार के साथ सभी लोग कर रहे हैं।तस्वीर में दिख रहा व्यक्ति अपने बेटे के साथ एक छोटा सा झाल में बोरी और प्लास्टिक के भरोसे अपना जीवन यापन कर रहा था। गर्मी हो, बरसात हो या कड़ाके की ठंड, वही उसका आशियाना हुआ करता था, गरीबी के मजबूरी के कारण वह कुछ नहीं कर पा रहा था, घर के बाहर खुले आसमान में खाना बनाकर बरसात के दिनों में पानी में रहकर और ठंड में उसी झाल में रहने मजबूर थे। खाना बनाने के लिए चूल्हा जलाने से भी डर लगता है, कहीं उसकी आग से आशियाना ही ना जल जाए। अब जब पक्का घर मिल गया है, तो वह काफी खुश है और अपनी खुशी का बयान भी नहीं कर पा रहा।