Khaskhabar : ग्राम सरस्वतीपुर भारी वाहनों से टूट रही सड़कों की स्थिति गंभीर..
1 min readKhaskhabar Surajpur । सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत सरस्वतीपुर में सड़कों की बदहाली से ग्रामीणों का जीवन प्रभावित हो रहा है। जबकि जिला प्रशासन द्वारा भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए बड़े-बड़े बोर्ड लगाए गए हैं, जिन पर ‘भारी वाहन प्रवेश निषेध’ लिखा है, फिर भी सच्चाई कुछ और ही बयां करती है। सड़कों की खस्ता हालत देखकर यह साफ समझ आता है कि यहां से भारी मालवाहक वाहनों का आवागमन लगातार जारी है।
ग्रामीणों का दर्द: टूटी सड़कों ने बढ़ाई परेशानी..!!
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनी ये सड़कें अब गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। डामर की परतें टूट-टूटकर मिट्टी से अलग हो चुकी हैं, जिससे सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। इससे न सिर्फ वाहनों का आवागमन प्रभावित हो रहा है बल्कि ग्रामीणों को पैदल चलने में भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोगों का कहना है कि इन सड़कों की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है और प्रशासन की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। ग्रामीणों ने बताया कि भारी वाहनों के आवागमन पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई, जिसकी वजह से सड़कों की यह दुर्दशा हो गई है।
मालवाहन जारी ..
हालांकि जिला प्रशासन ने भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई है, लेकिन हकीकत में यह नियम महज कागजों तक सीमित रह गया है। गांव में रोजाना कई बड़े-बड़े ट्रक और मालवाहक वाहन गुजरते हुए देखे जा सकते हैं। ग्रामीणों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि, “ये भारी वाहन हमारे गांव की सड़कों को पूरी तरह से बर्बाद कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई भी इस पर ध्यान नहीं दे रहा।
इस गंभीर समस्या के बावजूद, प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जिला प्रशासन ने बोर्ड तो लगा दिए हैं, लेकिन नियमों का पालन सुनिश्चित करने में प्रशासन विफल रहा है।
मीडिया के सवाल और ग्रामीणों की उम्मीदग्रामीणों को उम्मीद है कि मीडिया के माध्यम से उनकी यह समस्या प्रशासन तक पहुंचेगी और उनकी आवाज सुनी जाएगी। उनका कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, तो भविष्य में हालात और भी बदतर हो सकते हैं। सड़कों की जर्जर स्थिति और भारी वाहनों के निरंतर आवागमन की वजह से दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है।
स्थानीय लोग अब इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि गांव की सड़कों को फिर से दुरुस्त किया जा सके और भविष्य में इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।