मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ऐक्शन मोड में …
1 min readनई दिल्ली
देश में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ऐक्शन मोड में आ गई है। सरकार ने मंकीपॉक्स की वैक्सीन डिवेलप करने के लिए ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्य’ या टेंडर निकाला है। इसके अलावा मंकीपॉक्स की जांच के लिए टेस्टिंग किट का भी टेंडर निकाला गया है। वैक्सीन और टेस्टिंग किट प्राइवेट-पब्लिक पार्टनरशिप मोड से बनाई जाएगी। बता दें कि अब तक देश में मंकीपॉक्स के चार कन्फर्म केस मिल चुके हैं। इनमें से तीन केरल में और एक दिल्ली में है। दिल्ली में पाया गया मंकीपॉक्स का पहला मरीज एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वह रिकवर हो रहा है।
सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक 10 अगस्त तक कंपनियां EoI जमा कर सकती हैं। बता दें कि मंकीपॉक्स के कई संदिग्ध केस भी मिले हैं। इनका सैंपल टेस्ट के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि वे वायरस से संक्रमित हैं या नहीं।
ICMR ने अपने बयान में कहा, हालांकि मंकीपॉक्स के लिए वन वैक्सीन और वन स्पेसिफिक ट्रीटममेंट को मंजूरी पहले भी दी जा चूकी है लेकिन इस सामग्री की उपलब्धता अभी बहुत कम है। 2019 में भी मंकीपॉक्स की रोकथाम के लिए वैक्सीन को मंजूरी दी गई थी। यह दो डोज वाली वैक्सीन है लेकिन बहुत कम उपलब्ध है।
कई राज्यों ने जारी किया अलर्ट
WHO ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है इसके बाद देश के कई राजों ने अलर्ट जारी कर दिया है। झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिए हैं कि अस्पतालों में आइसोलेशन वॉर्ड बनाए जाएं और मरीजों का ध्यान रखा जाए कि कहीं मंकीपॉक्स के लक्षण तो नहीं हैं। वहीं जो लोग विदेश यात्रा से लौटें वे तुरंत जांच करवाएं। उत्तराखंड में भी मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तर प्रदेश में कोविड अस्पतालों में मंकीपॉक्स के लिए भी 10 बेड रिजर्व कर दिए गए है्ं। इसके अलावा अडवाइजरी जारी करके वायरस और लक्षण के बारे में जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को तैयार किया जा रहा है। मध्यर प्रदेश में भी मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
Credit by- हिंदुस्तान