सूरजपुर मातृत्व अस्पताल में नशे में धुत डॉक्टर, गर्भवती महिलाएं और परिजन बिना इलाज लौटे…
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SURAJPUR
सूरजपुर: जिस डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है, जब वही जान से खिलवाड़ करने लगे तो इसे क्या कहा जाए? कुछ ऐसा ही मामला सूरजपुर के जिला अस्पताल के मातृत्व एवं शिशु अस्पताल में सामने आया है। यहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर नशे में धुत होकर मरीजों का इलाज कर रहे थे,, यह अस्पताल जिला अस्पताल के बगल में स्थित है,
जहां कई गर्भवती महिलाएं और लगभग 85 बच्चे भर्ती हैं। मरीजों के परिजन अपने बच्चों और गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन जब उन्होंने डॉक्टर को नशे में देखा तो दहशत में आ गए।
लोगों का कहना है कि ऐसे डॉक्टर से इलाज कराना अपनी जान जोखिम में डालने जैसा है। ख़ास ख़बर की टीम जब मौके पर पहुंची, तो डॉक्टर कैमरा देखते ही अस्पताल से भागने की कोशिश करने लगे। जब उनसे सवाल पूछे गए, तो वे सही तरीके से जवाब देने की स्थिति में भी नहीं थे।
अस्पताल में आए मरीजों और परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने मामले पर चुप्पी साध ली।इस पूरे मामले की जानकारी अस्पताल के सिविल सर्जन को दी गई, तो उन्होंने जांच कर कार्रवाई की बात कही।
हालांकि, सवाल यह उठता है कि क्या जिला अस्पताल प्रबंधन को इस लापरवाही की जानकारी पहले से नहीं थी, या फिर यह सब उनकी जानकारी में हो रहा है? सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि किसी गर्भवती महिला या बच्चे की जान चली जाती है, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?अस्पताल प्रबंधन की चुप्पी और डॉक्टर की लापरवाही ने सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की साख पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। मरीजों के परिजन अब जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
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