CRPF के जवानों ने किया नवजात व प्रसूता का साहसिक रेस्क्यू..
1 min readबीजापुर : पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बीजापुर जिले में नदियां और नाले उफान पर हैं। सैकड़ों गाँवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। इस प्राकृतिक आपदा के बीच उसूर क्षेत्र से एक बहुत ही सुखद और मानवीय तस्वीर सामने आई है। सीआरपीएफ के 196 कैंप नंबी, कोबरा 205 के कर्मियों ने मां और नवजात शिशु को नंबी नदी से बचाया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर लाया।
नयापाड़ा की 24 वर्षीय माधवी जागी को समय से पहले प्रसव के कारण इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर ले जाना पड़ा। हालांकि, भारी बारिश के कारण सड़क अवरुद्ध हो गई। कैम्प नांबी केरीपू 196 और 205 के सैनिकों ने नवजात शिशु और माँ को नदी के पार सुरक्षा के लिए मानवीय सेवा की भावना के साथ उठाया।
CRPF -नक्सल मोर्चे पर तैनात सीआरपीएफ जवानों की हिम्मत और सेवा के कारण ही नवजात शिशु और माताएं अब सुरक्षित हैं और उन्हें इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर भेजा गया है।
बीजापुर जिले में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है और लोग पीड़ित हैं। सीआरपीएफ के जवानों ने अपनी जान जोखिम में डालकर इस कठिन परिस्थिति में मानवता की मिसाल कायम की है। जवानों के इस साहसिक और नेक काम की पूरे क्षेत्र के लोगों द्वारा सराहना की जा रही है।नयापाड़ा निवासी माधवी जागी की डिलीवरी की खबर सुनकर CRPF के जवान हरकत में आ गए। उन्हें पता था कि नदी में पानी का स्तर बढ़ गया है और सड़क अवरुद्ध हो गई है। लेकिन उन्होंने बिना किसी देरी के अपनी जिम्मेदारी निभाने का फैसला किया।
यह भी पढ़ें – वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2024-25 का केंद्रीय बजट पेश : आर्थिक विकास और सामाजिक सशक्तिकरण पर जोर
CRPF-नंबिधारा नदी में बाढ़ आ गई थी, लेकिन जवानों ने अपनी पूरी ताकत और तकनीक से मार्वी को जगाया और उसके नवजात शिशु को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
इस पूरे बचाव अभियान का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें जवानों के साहस और सेवा का स्पष्ट दृश्य है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जवान नवजात शिशु और माधवी जागी को नदी की तेज धारा के बीच से बचा रहे हैं।इसके बाद, बचाव के बाद, माधवी जागी और उसके नवजात शिशु को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर भेजा गया, जहाँ उसका इलाज चल रहा है। सीआरपीएफ जवानों की इस बहादुरी और सेवा की खबर पूरे क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गई है और लोग उनकी सराहना कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें – Budget 2024: शेयर बाजार में गिरावट जारी, निफ्टी 50 और सेंसेक्स सपाट स्तर पर बंद
इस घटना ने साबित कर दिया है कि आपदा के समय भी हमारे सुरक्षा बल न केवल हमारी सुरक्षा का ध्यान रखते हैं, बल्कि मानवता और सेवा के लिए भी खड़े होते हैं। सी. आर. पी. एफ. के जवानों के इस कार्य ने बीजापुर जिले के लोगों में अपने सुरक्षा बलों के बारे में नई आशा पैदा की, और अब वे उन पर गर्व महसूस कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें – शिव भक्तों की जल यात्रा,एक अगस्त को होगी रवाना देवगढ़ धाम के लिए