सूरजपुर में जनपद अध्यक्ष चुनाव के दौरान बवाल: भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, मंत्री के पति पर हमला!
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AMIR PATHAN
सूरजपुर: जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के दौरान सूरजपुर में भारी हंगामा देखने को मिला। भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक के बाद मामला मारपीट तक पहुंच गया। हालात इस कदर बिगड़े कि महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति भी इस झगड़े की चपेट में आ गए।
सूत्रों के मुताबिक, जनपद पंचायत में वोटिंग प्रक्रिया चल रही थी, तभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा के कुछ लोग अंदर बैठकर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में बहस शुरू हुई, जो जल्द ही हाथापाई में बदल गई। आरोप है कि इसी दौरान मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति पर हमला हुआ।
कैसे भड़का विवाद?
चुनावी घमासान के बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि भाजपा के लोग चुनाव को अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने प्रशासन पर भी पक्षपात करने का आरोप लगाया। वहीं, भाजपा ने इस आरोप को खारिज करते हुए उल्टा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर चुनाव में बाधा डालने का आरोप लगाया।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि जब भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व पाठ्यपुस्तक निगम अध्यक्ष भीमसेन अग्रवाल जनपद सीईओ के पास बैठे थे, तब कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला बोल दिया। उनका कहना था कि भाजपा नेता अंदर बैठकर वोटिंग प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं। इसके बाद माहौल गर्मा गया और देखते ही देखते दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए।
मंत्री के पति पर हमला, आरोप कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर
इस पूरे बवाल के बीच सबसे बड़ी खबर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति पर हुए हमले की रही। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने योजनाबद्ध तरीके से उन पर हमला किया। हालाँकि, कांग्रेस ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट है।
स्थानीय प्रशासन ने क्या कहा?
हंगामे के बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। सूरजपुर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और वोटिंग प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से जारी है। घटना के वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस बनाम भाजपा: क्यों हर चुनाव में ऐसे हालात?
त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में इस तरह की घटनाएं कोई नई नहीं हैं। हर बार जब जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव होते हैं, तो किसी न किसी जिले से इस तरह की हिंसा की खबरें आती हैं। सूरजपुर में जो कुछ हुआ, वह इस बात का संकेत है कि स्थानीय चुनाव भी अब राष्ट्रीय राजनीति की तरह कटु और हिंसक होते जा रहे हैं।
अब क्या होगा?
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति पर हमले को लेकर रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। चुनावी प्रक्रिया अब शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है, लेकिन इस घटना ने प्रशासन पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या इस घटना के बाद सूरजपुर में भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक लड़ाई और तेज होगी? क्या चुनावी हिंसा का यह सिलसिला थमेगा? इन सवालों का जवाब तो वक्त ही देगा, लेकिन इतना तय है कि सूरजपुर की राजनीति में इस घटना की गूंज लंबे समय तक सुनाई देगी?