24 जुलाई तक सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया क्या है मामला पढ़िए पूरी खबर….
1 min readमणिपुर
सरकार ने बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने 24 जुलाई तक सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। दरअसल, मणिपुर में कोरोना संक्रमण की दर 15 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है। लिहाजा सरकार ने अब बच्चों में संक्रमण की आशंका के चलते स्कूलों को बंद करने का फैसला किया है। बता दें कि देश में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 13,615 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, इस दौरान कोरोना से 20 लोगों की मौत भी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि महामारी से 13,265 लोग रिकवर भी हुए हैं। बीते एक हफ्ते में के दौरान मंगलवार को कोरोना के सबसे कम मामले मिले हैं। कल यानि सोमवार को 16,678 केस दर्ज किए गए थे। इस तरह से आज कोरोना के 3,063 मामले कम आए हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की कुल संख्या चार करोड़ 29 लाख 96 हजार 427 हो गई है। इस दौरान रिकवरी दर 98.50 प्रतिशत हो गई। फिलहाल देश में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर एक लाख 31 हजार 043 पहुंच गई है। जबकि दैनिक संक्रमण दर 3.23 प्रतिशत है। आईसीएमआर के मुताबिक बीते 24 घंटों में 4 लाख 21 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए। अबतक कुल 86 करोड़ 73 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं।
मुंगेली – पथरिया नगर में शासकीय हाई एवं हायर सेकेंडरी विद्यालय का स्वामी आत्मनन्द अंग्रेजी माध्यम में उन्नयन होने के बाद से हिंदी माध्यम में पढ़ाई करने वाले बच्चो के लिए समस्या उत्पन्न हो गई। और नगर समेत समीपस्थ ग्राम के लगभग सैकड़ो बच्चे कक्षा 11वी में प्रवेश पाने के लिए भटकने को मजबूर हो गए । जिसे लेकर नगर पंचायत पथरिया के जनप्रतिनिधियों ने मुंगेली कलेक्टर श्री राहुल देव से मुलाकात कर संबंधित विद्यार्थियो की व्यवस्था बनाने हेतु ज्ञापन सौंपा। साथ ही विद्यालय में हिंदी माध्यम के शिक्षको के अभाव की भी जानकारी दी ।
बच्चो की शिक्षा से संबंधित ज्ञापन पर कलेक्टर राहुल देव ने त्वरित संज्ञान लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को उक्त बच्चो के प्रवेश और पढ़ाई की व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए । साथ ही आवश्यक शिक्षक के लिए शीघ्र ही प्रतिवेदन तैयार कर प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया । उन्होंने कहा कि एक भी बच्चा पढ़ाई से वंचित नही होना चाहिए।
तो सैकड़ो बच्चे हो जाते पढ़ाई से वंचित –
नगर के जनप्रतिनिधियों द्वारा सौपे ज्ञापन में बताया कि वर्ष 2021-22 में नगर पंचायत पथरिया में स्थित शासकीय हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी विद्यालय का उन्नयन करते हुये स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में बदलाव किया गया। इसके बाद हिन्दी माध्यम के कक्षा 11 वीं में केवल 150 सीटों पर प्रवेश हेतु आवेदन मंगाये गये। निर्धारित 150 सीटों के विरुद्ध अधिक आवेदन प्राप्त होने पर लॉटरी के माध्यम से बच्चों का चयन किया गया है। लॉटरी प्रक्रिया में चयनित विद्यार्थी अपनी पढ़ाईयों में जुट गये हैं, वहीं जिन विद्यार्थियों का नाम लॉटरी में नहीं निकला वे बच्चे और पालकगण हताश निराश हैं, और उन्हे भविष्य की चिंता सताने लगी है।
कक्षा 11 वीं में हिन्दी माध्यम में प्राप्त आवेदनों में से अचयनित छात्राओं की संख्या 58 एवं अचयनित छात्रों की संख्या 32 हैं। यदि इन बच्चों के प्रवेश हेतु कोई उपाय नहीं किया गया तो कुल 90 छात्र-छात्राऍ इस वर्ष कक्षा 11 वीं की पढ़ाई से वंचित रह जायेंगे, जो कि एक गंभीर और चिंतनिय विषय हैं। जबकि राज्य शासन द्वारा स्पष्ट निर्देश जारी किया गया है, कि हिन्दी माध्यम विद्यालयों में नवीन प्रवेश से किसी को ना रोका जाये। हिन्दी माध्यम विद्यालयों में कक्षावार दर्ज संख्या में भी कोई प्रतिबंध नहीं है।
उक्त बातें कहते हुए अचयनित विद्यार्थियो की व्यवस्था बनाने हेतु कलेक्टर के समक्ष ज्ञापन सौपा।
ज्ञापन सौंपने वालो में नगर पंचायत अध्यक्ष ग्वालदास अनंत,पार्षद दीपक साहू, एल्डरमेन कमलनारायण द्विवेदी,पार्षद प्रतिनिधि पप्पू यादव,मनोज निषाद,शीतला द्विवेदी,अनिता मरकाम,सईदा खान,धर्मेंद्र श्रीवास,गिरजेश दिवाकर,प्रमोद उइके,संपत जायसवाल,संसद प्रतिनिधि बलराम जानू समेत नगर के जनप्रतिनिधि शामिल रहे।
अब ऐसे होगी विद्यालयीन व्यवस्था –
विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी यू एल जायसवाल ने बताया कि बच्चो को पढ़ाई से वंचित होने से बचाने के लिए नगर के विद्यालयीन व्यवस्था में बदलाव किया जाएगा। जिसके अंतर्गत अब तक हाई स्कूल के पुराने भवन में संचालित होने वाले आत्मनन्द की कक्षा पहली से आठवी तक की कक्षाएं लछनपुर स्थित नवीन भवन में संचालित की जाएगी । वही 9वी से लेकर 12वी तक हिंदी माध्यम की कक्षाएं नगर के भीतर ही हाई स्कूल के पूर्व भवन ने लगाए जाएंगे । इन सारे कक्षाओं के सुचारू रुप से संचालन के लिए प्रथम एवं द्वितीय पाली की व्यवस्था भी बनाई जाएगी।