विनेश फोगाट की अपील पर CAS का निर्णय: स्वर्णिम करियर का निर्णायक मोड़
1 min read11 अगस्त 2024 : भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट के लिए यह समयउनकी कुश्तीकरियर का सबसे चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है जहां 29 साल की विनेश फोगाट ने विश्व भर में अपनी प्रतिमा का लोहा बनवाया हैजहां अब तक विवादित स्थिति का सामना कर रही जिससे उनके सुनहरे करियर का अंत प्रभावित हो सकता है.
पेरिस ओलंपिक 2024: स्वर्णिम अवसर या निराशा? विनेश फोगाट
विनेश ने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए 50 किलोग्राम भार वर्ग में क्वालिफाई किया था। उनका पहला मुकाबला विश्व की नंबर एक पहलवान युई सुसाकी से हुआ, जिसे उन्होंने 3-2 से मात देकर सभी को चौंका दिया। इसके बाद उन्होंने यूक्रेन की ओक्साना लिवाचऔर क्यूबा की युस्नेली गुसमैन को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
फाइनल के पहले विवाद और अपील
फाइनल मुकाबले से पहले, विनेश को वजन मापने के दौरान 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया। यह खबर न केवल विनेश के लिए बल्कि उनके प्रशंसकों के लिए भी एक बड़ा झटका थी। विनेश ने तुरंत ही CAS में संयुक्त सिल्वर मेडल के लिए अपील दायर की और अपने संन्यास की घोषणा कर दी।
अभिनव बिंद्रा का समर्थन और भविष्यवाणी
भारत के पहले व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने विनेश के मामले पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि CAS का निर्णय उनके पक्ष में आ सकता है। बिंद्रा ने यह भी कहा, “विनेश ने अपने पूरे करियर में अनुशासन और प्रतिबद्धता का पालन किया है। मुझे विश्वास है कि उन्हें न्याय मिलेगा।”
पिछली चुनौतियाँ और भविष्य की उम्मीदें
विनेश फोगाट के लिए पिछले साल भी कठिनाइयों से भरा रहा था। दिल्ली में हुए प्रदर्शन के दौरान उन्होंने पूर्व WFI प्रमुख बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की थी, जिसके बाद उन्होंने कुछ समय के लिए कुश्ती से दूरी बना ली थी। पेरिस ओलंपिक उनके लिए एक नई शुरुआत हो सकती थी, लेकिन यह विवाद उनके स्वर्णिम सपनों के आड़े आ गया।
CAS का निर्णय: करियर का निर्णायक मोड़
अब, विनेश फोगाट की अपील का निर्णय CAS के हाथों में है। यह निर्णय न केवल उनके करियर को बल्कि भारतीय खेल जगत को भी प्रभावित करेगा। यदि उन्हें संयुक्त सिल्वर मेडल मिलता है, तो यह उनके करियर का एक शानदार समापन होगा। लेकिन अगर निर्णय उनके खिलाफ आता है, तो यह उनके सुनहरे करियर का एक कड़वा अंत साबित हो सकता है।