लटोरी तहसीलदार व पटवारी के फर्जी हस्ताक्षर कर जमीन की रजिस्ट्री का मामला, चार नामजद सहित अन्य के खिलाफ FIR दर्ज..
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SURAJPUR
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लटोरी तहसीलदार और पटवारी के फर्जी हस्ताक्षर कर तीन अलग-अलग जमीनों की रजिस्ट्री कराए जाने का बड़ा मामला सामने आया है। इस मामले में लटोरी तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और कई पटवारियों ने जयनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने जांच के बाद चार नामजद आरोपियों सहित अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
फर्जी दस्तावेजों के जरिए रजिस्ट्री
जयनगर पुलिस को 23 दिसंबर 2024 को दी गई शिकायत के अनुसार, ग्राम पंचायत गणेशपुर स्थित खसरा नंबर 355, 356/1, और 350/1 में से 0.184, 0.15 और 0.052 हेक्टेयर भूमि की रजिस्ट्री फर्जी दस्तावेजों के आधार पर की गई। यह जमीन लटोरी तहसील के अंतर्गत आती है।शिकायत में बताया गया कि आरोपियों ने तहसीलदार और पटवारी के फर्जी हस्ताक्षर करके रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी की। आरोपी सौरभ तिवारी, कृष्ण देव वैश्य, औदिकांत तिवारी और राकेश कुमार सहित अन्य ने इस जालसाजी को अंजाम दिया।
तहसीलदार की ID से हुआ खुलासा
लटोरी तहसीलदार के मुताबिक, जब किसी भूमि की रजिस्ट्री की प्रक्रिया होती है, तो संबंधित दस्तावेज तहसीलदार और हल्का पटवारी की ID से ट्रांसफर किए जाते हैं। जब फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री की गई, तो तहसीलदार की ID में दस्तावेज अपलोड होने से मामले का खुलासा हुआ।
पुलिस ने की FIR दर्ज
शिकायत के आधार पर जयनगर पुलिस ने IPC की धारा 384, 338, 336(3), और 340(2)(XS) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पटवारियों की हड़ताल के दौरान हुई रजिस्ट्री
फर्जीवाड़े की प्रक्रिया उस समय पूरी की गई जब पटवारी हड़ताल पर थे। पटवारियों का कहना है कि उप पंजीयक कार्यालय द्वारा पेश किए गए दस्तावेजों में फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे। इस पर किसी ने सवाल नहीं उठाया।
उप पंजीयक की भूमिका संदिग्ध
शिकायतकर्ताओं ने उप पंजीयक कार्यालय सूरजपुर की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उप पंजीयक ने फर्जी दस्तावेजों को सही मानते हुए रजिस्ट्री प्रक्रिया को मंजूरी दी।
फर्जी हस्ताक्षर और जालसाजी की जांच जारी
जमीन की रजिस्ट्री में उपयोग किए गए फर्जी दस्तावेजों और हस्ताक्षरों की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।
आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
शिकायतकर्ताओं ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि मामले में संलिप्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।यह मामला प्रशासन और कानून-व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है। फर्जीवाड़े की पूरी जांच से ही स्पष्ट होगा कि इसमें और कौन-कौन शामिल हैं।