छत्तीसगढ़ में महिला सुरक्षा पर कांग्रेस का कड़ा विरोध: कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
1 min readसूरजपुर 3 सितंबर 2024 : छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह विफल हो चुकी है, जिससे महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं। वही आज सूरजपुर जिले के अग्रसेन चौक में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा मौन धरना प्रदर्शन काली पट्टी लगाकर किया गया।
प्रदेश में बढ़ते अपराध: कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस का कहना है कि पिछले 9 महीनों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भारी वृद्धि हुई है। पार्टी के अनुसार, रोजाना कहीं न कहीं सामूहिक बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। रायपुर, बस्तर, जशपुर, बिलासपुर, और अंबिकापुर जैसे इलाकों में महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
विशेषकर, रायपुर के नया बस स्टैंड पर हाल ही में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले में पुलिस पर भी आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने रिपोर्ट दर्ज करने में देरी की और अपराधियों को बचाने का प्रयास किया।
मौन धरना
जहां आज 3 सितंबर 2024 को कांग्रेस पार्टी ने जिला मुख्यालयों में मौन धरना आयोजित था । वही सूरजपुर जिले में धरने में स्थानीय कांग्रेस नेता भगवती राजवाड़े , संजय दोषी व अन्य जनप्रतिनिधि, महिला कार्यकर्ता और समर्थक काली पट्टी बांधकर हिस्सा लिया।
महिला सुरक्षा के प्रति कांग्रेस का संकल्प
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि अगर राज्य सरकार महिला सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर नहीं होती, तो पार्टी बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन केवल एक प्रतीकात्मक धरना नहीं है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा के प्रति कांग्रेस का संकल्प है।
कांग्रेस का कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था के हालात बहुत खराब हो चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है और अपराधियों को बचाने का प्रयास कर रही है।
मुख्य घटनाओं का उल्लेख
कांग्रेस ने भिलाई के डीपीएस स्कूल में 4 साल की मासूम बच्ची के साथ हुए दुराचार की घटना का भी उल्लेख किया, जहां पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में देरी की और मामले को दबाने की कोशिश की।
इसके अलावा, रायगढ़ के पुसौर में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों द्वारा किए गए दुराचार और जशपुर में एक नाबालिग बच्ची के साथ हुए सामूहिक बलात्कार की घटनाओं का भी जिक्र किया गया।
आगे की रणनीति
पार्टी ने कहा है कि अगर सरकार ने महिला सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से नहीं लिया, तो कांग्रेस आगे और बड़े स्तर पर आंदोलन करेगी।
छत्तीसगढ़ में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस का यह कदम भाजपा सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। तो वही कांग्रेस का कहना है कि यह प्रदर्शन केवल एक शुरुआत है, और पार्टी इस मुद्दे पर लगातार सरकार से जवाबदेही की मांग करती रहेगी।
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