सरगुजा जिले में हाथियों के हमले में बुजुर्ग की मौत, क्षेत्र में दहशत का माहौल
1 min readसरगुजा : सरगुजा जिले के मैनपाट ब्लॉक के नर्मदापुर क्षेत्र से लगे दांतीढाब के जंगल में एक बुजुर्ग व्यक्ति की हाथियों के हमले में मौत हो गई। यह दुखद घटना शनिवार को उस समय घटी जब 60 वर्षीय नारद यादव अपने मवेशियों को चराने के लिए जंगल में गए थे। नारद यादव देर शाम तक घर नहीं लौटे, जिससे उनके परिजन चिंतित हो गए और उन्होंने ग्रामीणों के साथ उनकी तलाश शुरू की। रविवार की सुबह नारद यादव का शव जंगल में झाड़ियों के पास मिला।
12 हाथियों का दल कर रहा है इलाके में विचरण
मिली जानकारी के अनुसार, मैनपाट ब्लॉक के नर्मदापुर के जंगलों में लगभग 12 हाथियों का दल कई दिनों से विचरण कर रहा है। नारद यादव शनिवार को अपने मवेशियों को चराने के लिए दांतीढाब के जंगल में गए थे। जब वह देर शाम तक वापस नहीं लौटे, तो परिजन और ग्रामीण उनकी तलाश में जंगल की ओर निकल पड़े। रविवार की सुबह नारद यादव का शव जंगल में झाड़ियों के पास मिला, जहां हाथियों के पैरों के निशान भी दिखाई दिए। इससे यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि नारद यादव की मौत हाथियों के हमले से हुई है।
ग्रामीणों में दहशत का माहौल
नर्मदापुर और इसके आसपास के इलाकों में 12 हाथियों का दल सक्रिय है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त है। शाम होते ही यह दल ग्रामीण इलाकों में प्रवेश करता है, जिससे लोग रात में अपने घरों को छोड़कर छतों पर रात बिताने को मजबूर हो रहे हैं। हाथियों ने ग्रामीणों की धान और मक्के की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचाया है। कुछ दिनों पूर्व, यह हाथी कापू मुख्यमार्ग पर सड़क पर आ गए थे, जिससे करीब दो घंटे तक मार्ग अवरुद्ध रहा था।
वन विभाग की चेतावनी
मैनपाट के रेंजर दिलसाय बड़ा ने घटना की पुष्टि की है और बताया कि हाथियों का दल नर्मदापुर के आसपास के जंगलों में मौजूद है। वन विभाग का दल ग्रामीणों को लगातार हाथियों से दूर रहने की सलाह दे रहा है। ग्रामीणों से आग्रह किया जा रहा है कि वे सतर्क रहें और जंगल में न जाएं, ताकि किसी अन्य अप्रिय घटना से बचा जा सके।
सरगुजा जिले में यह घटना एक बार फिर मानव और वन्यजीवों के संघर्ष को उजागर करती है।
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