A.P.J. Abdul Kalam को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
1 min read27 जुलाई 2024 : A.P.J. Abdul Kalam महान वैज्ञानिक और भारत के 11वें राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि को याद करते हैं। उनका पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था, हालांकि उन्हें प्रमुख रूप से ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के नाम से जाना जाता है। उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। वे एक महान वैज्ञानिक और इंजीनियर थे और उन्हें “मिसाइल मैन” के नाम से भी जाना जाता है।
कलाम ने इसरो और डीआरडीओ के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण वाहन, एस. एल. वी.-III विकसित किया, जिसने रोहिणी उपग्रह को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया। अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों के विकास में उनका योगदान भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
A.P.J. Abdul Kalam, कलाम 2002 से 2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे …
उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान युवाओं के दिमाग को जगाया और देश की शिक्षा के लिए काम किया। वे बच्चों और युवाओं के लिए निरंतर प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। 27 जुलाई 2015 को शिलांग में एक व्याख्यान देते समय अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।
A.P.J. का जीवन अब्दुल कलाम संघर्ष, सफलता और प्रेरणा को प्रेरित करते हैं। उन्होंने हमेशा सपना देखा कि भारत 2020 तक एक विकसित राष्ट्र बन जाए, जिसके लिए उन्होंने बहुत काम किया। “विंग्स ऑफ फायर” नामक उनकी आत्मकथा बहुत प्रसिद्ध है, जिसके माध्यम से उन्होंने अपने जीवन के दौरान अपने द्वारा किए गए संघर्षों और उपलब्धियों का वर्णन किया है। कलाम को भारत रत्न, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।
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A.P.J. Abdul Kalam, इस अवसर पर कई कार्यक्रम तैयार किए जाते हैं….
स्कूलों, कॉलेजों और अन्य संस्थानों में उनकी स्मृति में विशेष कार्यक्रम, व्याख्यान और चर्चाएं आयोजित की जाती हैं। उनके विचारों, सिद्धांतों और सिद्धांतों को याद किया जाता है और उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।
उनकी पुस्तकें न केवल हमें प्रेरित करती हैं, बल्कि हमें उनके विचारों और दूरदर्शिता को साकार करने का मौका भी देती हैं। उनकी प्रसिद्ध पुस्तकों में ‘विंग्स ऑफ फायर’, ‘इग्नाइटेड माइंड्स’, ‘इंडिया 2020’, ‘माई जर्नी’, ‘ट्रांससेंडिंग बाउंड्रीज’ और ‘टर्निंग पॉइंट्स’ शामिल हैं।
‘विंग्स ऑफ फायर’ उनकी आत्मकथा है,
जिसमें उनके बचपन से लेकर वैज्ञानिक और राष्ट्रपति बनने तक की यात्रा का विवरण दिया गया है। “इग्नाइटेड माइंड्स” में उन्होंने भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अपने सपनों और विचारों को प्रस्तुत किया है। उन्होंने “इंडिया 2020” में 2020 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की योजना के बारे में बताया है। ‘माई जर्नी’ में कलाम ने अपने जीवन के बारे में कुछ व्यक्तिगत अनुभव और यादें साझा की हैं। “सीमा पार” में उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने अनुभवों और योगदान को साझा किया है। ‘टर्निंग पॉइंट्स’ ‘विंग्स ऑफ फायर’ की अगली कड़ी है, जिसमें वह राष्ट्रपति बनने के बाद के अनुभवों और घटनाओं का विवरण देते हैं।
A.P.J. का जीवन अब्दुल कलाम
उनकी शिक्षाएँ हमें सिखाती हैं कि कड़ी मेहनत और समर्पण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। उनकी पुण्यतिथि पर, उनके योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। उनकी विरासत जीवित रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।