CG Surguja NEWS – कुदरगढ़ी एलुमिना प्लांट में बड़ा हादसा, 3 मजदूरों की मौत, कई घायल
1 min readSurguja । सरगुजा जिले में स्थित मां कुदरगढ़ी एलुमिना प्लांट में एक बड़ा हादसा हुआ, प्लांट में कोयला लोडिंग के दौरान हॉपर और लगभग 150 फीट लंबी बेल्ट के गिरने से 7-8 मजदूर दब गए,, इस हादसे में अब तक तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। हादसे में एक-दो मजदूरों के और दबे होने की आशंका है, जिनकी तलाश जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
मां कुदरगढ़ी एलुमिना प्लांट में सुबह करीब 11 बजे कामकाज चल रहा था। प्लांट में आमतौर पर बॉयलर को चलाने के लिए भूसा लोड करने वाले हॉपर का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन 1 सितंबर से इस हॉपर में कोयला लोड किया जाने लगा। बताया जा रहा है कि हादसे के समय हॉपर में कोयला लोड किया जा रहा था, जिससे उसकी क्षमता से अधिक वजन हो गया। इसी दौरान अचानक हॉपर नीचे गिर पड़ा और उसके साथ बॉयलर तक कोयला पहुंचाने वाली बेल्ट भी फ्रेम सहित नीचे गिर गई।
डेढ़ घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना के बाद प्लांट में काम कर रहे मजदूरों के बीच अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद मजदूरों ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और हाइड्रा, जेसीबी समेत कई मशीनों की मदद से मलबे को हटाने का प्रयास किया गया। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे पांच मजदूरों को बाहर निकाला जा सका। इसके बाद सभी घायलों को तत्काल सरगुजा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया, जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने दो मजदूरों, मनोज और प्रिंस राज, को मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों में से दो की हालत गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज जारी है।
अभी भी मलबे में दबे हो सकते हैं मजदूर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अभी भी मलबे में तीन से चार मजदूर दबे हो सकते हैं। पुलिस और रेस्क्यू टीम मलबे में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। मौके पर पुलिस चौकी प्रभारी और पुलिस बल भी मौजूद है। कंपनी ने हाइड्रा, जेसीबी और गैस कटर की मदद से मलबे को हटाने का काम तेज कर दिया है।
लापरवाही बनी हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हॉपर में कोयला भरने के कारण ओवरलोडिंग हो गई थी। प्लांट में पहले इस हॉपर का इस्तेमाल भूसा भरने के लिए किया जाता था, जिससे बॉयलर चलाया जाता था। लेकिन, जबसे इस हॉपर में कोयला डाला जाने लगा, उसकी क्षमता से अधिक भार हो गया। इस वजह से हॉपर और बेल्ट दोनों का फ्रेम कमजोर हो गया और आखिरकार गिर पड़ा।
प्रशासन की कार्रवाई जारी
हादसे की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई की जा रही है। पुलिस और रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर मौजूद हैं, जबकि प्लांट के अधिकारी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। मजदूरों की सुरक्षा और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।